Arun Jaitley biography in hindi (भारतीय राजनीति के चर्चित चेहरे अरूण जेटली का जीवन परिचय )
- लंबे समय से टीशू कैंसर से जूझ रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली अब हमारे बीच नहीं रहे. वह नौ अगस्त से दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे.
- अरुण जेटली ऐसे नेता थे, जिन्होंने अपने राजनीतिक करियर में कभी कोई लोकसभा चुनाव नहीं जीता, बावजूद उन्हें राजनीति का पुरोधा माना जाता है. अरुण जेटली, मुश्किल वक्त में हमेशा पार्टी के खेवनहार रहे हैं. मुश्किल संसद के अंदर हो या कोर्ट में उन्होंने हर जगह अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया. भारतीय राजनीति में जिन नेताओं की बात सबसे ज्यादा होती है, उनमें से एक भाजपा क कद्दावर नेता और देश के फाइनेंस मिनिस्टर अरूण जेटली का भी नाम आता है. पेशे से वकील अरूण जेटली की इस _ कद तक पहुंचने की राजनीतिक यात्रा भी कम दिलचस्प नहीं है. अपनी बेहतरीन वाक् शैली के लिए जाने वाले श्री जेटली को देश के बेहतरीन वकीलों में भी गिना जाता है. उन्होंने देश के कई चर्चित मामलों में पैरवी की है.आइये जानते हैं, कैसा रहा है अरुण जेटली का राजनीतिक और निजी जीवन.
निजी जीवन
पूरा नाम | अरुण जेटली |
जन्म तिथि | 28 Dec 1952 |
मृत्यु तिथि | 24 Aug 2019 (उम्र 66) |
जन्म स्थान | नई दिल्ली |
पार्टी का नाम | Bharatiya Janta Party |
शिक्षा | स्नातक |
व्यवसाय | भारत के सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील |
पिता का नाम | मटागन किसान जेटली |
माता का नाम | रतन प्रभा जेटली |
धर्म | हिन्दू |
जाती | पंजाबी ब्राहाण |
बहन का नाम | मधु भार्गव |
शौक / अभिरुचि | पुस्तकें पढ़ना |
रोचक तथ्य
जब उन्हें विनिवेश राज्य (स्वतंत्र प्रभार) मंत्री नियुक्त किया गया, तो मंत्रालय को नव निर्मित किया गया। उन्हें जम्मू-कश्मीर सरकार के नामांकित व्यक्तियों और जुलाई 2002 में राज्यों में शक्तियों के विभाजन के मुद्दे पर अन्य समूहों के साथ चर्चा करने के लिए केंद्र सरकार के प्रतिनिधि नियुक्त किया गया था। उन्होंने लोकसभा चुनाव कभी नहीं जीता।
राजनीतिक घटनाक्रम
2019= करीब दो साल तक लंबी बीमारी के बाद 24 अगस्त 2019 को अरुण जेटली का 66 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
2018 = जेटली चौथी बार राज्य सभा के सांसद चुने गये।
2017 = 13 मार्च 2017 से 3 सितंबर 2017 के बीच वे रक्षा मंत्री रहे।
2014 =27 मई से 9 नवंबर 2014 के बीच वे रक्षा मंत्री रहे।
2014 =27 मई 2014 से 14 मई 2018 के बीच वे वित्तमंत्री के साथ-साथ कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री रहे।
2014 =2 जून 2014 को राज्य सभा में सदन के नेता चुने गये।
2014 =9 नवंबर 2014 से 5 जुलाई 2016 तक वे सूचना एवं प्रसारण मंत्री रहे।
2012 =अरुण जेटली तीसरी बार राज्य सभा से सांसद चुने गये।
2012 =जून से नवंबर 2012 के बीच लोकपाल एवं लोकायुक्त बिल पर सेलेक्ट कमेटी के सदस्य रहे।
2009 =3 जून 2009 से 2 अप्रैल 2012 के बीच वे वाणिज्य समिति के सदस्य रहे।
2009=3 जून 2009 से 26 मई 2014 राज्य सभा नेता विपक्ष रहे।
2009=जनरल पर्पस कमेटी के सदस्य बने।
2009=अगस्त 2009 से मई 2014 के बीच वे संसद भवन में राष्ट्रीय नेताओं, संसद सदस्यों और सांसदों के चित्र एवं मूर्तियां लगवाने की ज्वाइंट संसदीय समिति के सदस्य रहे।
2009 =दिसंबर 2009 से मई 2014 के बीच हेरिटेज मेनटेनेंस एवं संसद भवन के विकास पर ज्वाइंट संसदीय समिति के सदस्य रहे।
2006=7 जनवरी 2006 से जुलाई 2010 के बीच विश्व मामलों की भारतीय समिति के सदस्य रहे।
2006=अरुण जेटली फिर से राज्यसभा के सदस्य चुने गये।
2006= अगस्त 2006 से दिसंबर 2008 के बीच वे ज्वाइंट कमेटी ट इग्जामिन दि कॉन्स्टीट्यूशनल एंड लीगर पोजीशन टू ऑफिस आफ प्रॉफिट के सदस्य रहे।
2006=अगस्त 2006 से दिसंबर 2009 के बीच ऑफिस ऑफ प्रॉफिट की ज्वाइंट कमेटी के सदस्य रहे।
2005= मार्च 2005 से मार्च 2010 के बीच वे एक बार फिर दिल्ली विश्वविद्यालय के कोर्ट सदस्य रहे।
2004= अगस्त 2004 से जुलाई 2009 के बीच जेटली ने प्रिविलेज कमेटी के सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं दीं।
2004 =अगस्त 2004 से मई 2009 के बीच वे वाणिज्य समिति के सदस्य रहे।
2004=7 अक्टूबर 2004 से मई 2009 के बीच वे गृह मंत्रालय की सलाहकार समिति के सदस्य रहे।
2003=29 जनवरी 2003 को वे गृह मामलों की कमेटी एवं बाहरी मामलों की कमेटी का सदस्य चुने गये।
2003 =29 जनवरी 2003 से 21 मई 2004 तक वे विधिक एवं न्याय मंत्री और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री रहे।
2002 =29 जुलाई 2002 से 29 जनवरी 2003 तक वे दिल्ली विश्वविद्यालय के कोर्ट सदस्य रहे।
2001= 20 मार्च 2001 से 1 सितंबर 2001 तक वे शिपिंग मंत्रालय के मंत्री (अतिरिक्त प्रभार) रहे।
2000= अप्रैल 2000 में अरुण जेटली राज्यसभा के सांसद के रूप में चुने गये। 23 जुलाई 2000 से 6 नवंबर. 2000 तक उन्होंने विधिक, न्यायिक एवं कंपनी मामलों के मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद संभाला।
2000= 7 नवंबर 2000 से 1 जुलाई 2002 के बीच वे विधिक, न्यायिक एवं कंपनी मामलों के मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे।
2000= अप्रैल 2000 में अरुण जेटली राज्यसभा के सांसद के रूप में चुने गये। 23 जुलाई 2000 से 6 नवंबर. 2000 तक उन्होंने विधिक, न्यायिक एवं कंपनी मामलों के मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद संभाला।
2000= 7 नवंबर 2000 से 1 जुलाई 2002 के बीच वे विधिक, न्यायिक एवं कंपनी मामलों के मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे।
1999 =13 अक्तूबर 1999 से 30 सितंबर 2000 के बीच वे सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे।
1999= 10 दिसंबर 1999 से जुलाई 2000 तक वे विनिवेश विभाग में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अतिरिक्त प्रभार रहे।
1975 =इमरजेंसी के दौरान एमआईएसए के अंतर्गत अरुण जेटली 19 महीने के लिये जेल में बंद रहे।
1975=इमरजेंसी के दौरान एमआईएसए के अंतर्गत अरुण जेटली 19 महीने के लिये जेल में बंद रहे।
1974=वे दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष चुने गये।
1970 =अरुण जेटली ने भारतीय जनता पार्टी की युवा इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में बतौर सदस्य कदम रखा। 1973 में भ्रष्टाचार के विरुद्ध जय प्रकाश आंदोलन में अरुण जेटली ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
1989= भारत सरकार द्वारा उन्हें एडिशनल सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया। वे एक साल तक इस पद पर रहे।
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