Indian Ancient History in hindi ( भारत की प्राचीन सभ्यताएं )
Ancient Civilizations of India ( भारत की प्राचीन सभ्यताएं )
3. मेसोपोटामिया की सभ्यताः–
- यह एक कांस्य युगीन सभ्यता थी, जो दजला व फरात नदियों के किनारे पनपी। यहाँ के शासक हम्मूरावी ने ‘कानून की संहिता’ (Code of System of Laws) बनाई।
- ‘कुम्हार का चाक’ (Potter’s Wheel) सर्वप्रथम इस सभ्यता में बना।
- सुमेरियन लोगों ने ‘क्यूनिफार्म लिपि’ (Cuniform Script) ईजाद की। ‘पाइथोगोरस प्रमेय’ दिन और रात की लम्बाई की गणना, राशियाँ व चंद्र कलैंडर इस सभ्यता की देन है।
4. ईरानी सभ्यताः–
- ईरानी सभ्यता का प्रमुख धर्म जरथुष्टवाद (Zorashtrian) था, जिसे जरथुष्ट ने स्थापित किया। उसके उपदेश पारसियों की .
- पवित्र पुस्तक ‘जेंद अवेस्ता’ में संग्रहित हैं। ।
- ईरानी सभ्यता के दो प्रमुख साम्राज्य- एकेमनी सम्राज्य व सासानिद साम्राज्य थे।
5. ग्रीक सभ्यताः–
विशेषताएँ-
- दो मुख्य शहर- स्पार्टा व एथेंस थे।
- यूनानी इतिहासकार ‘हेरोडोट्स’ को ‘इतिहास का पिता’ कहा जाता है।
- सुकरात, प्लेटो व अरस्तू यूनान के प्रसिद्ध दार्शनिक थे। प्लेटो सुकरात का शिष्य था। उसने ‘The Republic’ नामक पुस्तक की रचना की थी।
6. रोमन सभ्यताः–
- रोमन सभ्यता छठी शताब्दी ई. पू. में टाइबर नदी के किनारे इटली में पनपी। यहाँ रोम शहर स्थापित किया गया।
- रोमन देवता – वर्षा का देवता-जुपिटर, युद्ध का देवता-मास, स्त्रियों का रक्षक देवता-जूनो।
- रोमवासियों के शासन के कानून व सिद्धान्त’ (Laws and principles of governance) विश्व को महान् देन हैं।
- रोमन कलैण्डर भी रोमवासियों की प्रमुख देन है। वर्तमान कलैण्डर के कुछ माहों के नाम भी यहीं से लिए गए। जलाई माह का नाम ‘जूलियस सीज़र’ पर, अगस्त माह का ‘अगस्टस’ पर तथा सितम्बर, अक्टूबर, नवम्बर व दिसम्बर माह के नाम लैटिन भाषा से लिए गए हैं।
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