नाभिकीय ऊर्जा क्या है इसकी परिभाषा, महत्व, लाभ और हानि
नाभिकीय ऊर्जा क्या है इसकी परिभाषा, महत्व, लाभ और हानि
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नाभिकीय ऊर्जा (Nuclear Energy)
- परमाणु के नाभिक में परिवर्तन के फलस्वरूप निर्मुक्त होने वाली ऊर्जा को नाभिकीय ऊर्जा कहते हैं। यह नाभिकीय अभिक्रिया में मुक्त होती है।
नाभिकीय अभिक्रिया दो प्रकार की होती है
(i) नाभिकीय विखण्डन ( Nuclear Fission)
- नाभिकीय विखण्डन वह प्रक्रिया है जिसमें एक भारी नाभिक लगभग दो छोटे असमान नाभिकों में टूट जाते हैं तथा अपार ऊर्जा उत्पन्न करते हैं।
(ii) नाभिकीय संलयन (Nuclear Fusion)
- नाभिकीय अभिक्रिया में जब दो हल्के नाभिक संयुक्त होकर एक भारी नाभिक बनाते है, तो इस प्रक्रिया को नाभिकीय संलयन कहते हैं। संलयन से प्राप्त नाभिक का द्रव्यमान, संलयन करने वाले मूल नाभिकों के द्रव्यमानों के योग से कम होता है। द्रव्यमान की यह क्षति ऊर्जा के रूप में प्राप्त हो जाती है।
नाभिकीय शक्ति संयंत्र (Nuclear Power Plant )
- नाभिकीय ऊर्जा का मुख्य उपयोग विद्युत उत्पादन में किया जाता है। अतः एक संयंत्र में किया गया कार्य नाभिकीय शक्ति संयंत्र कहलाता है।
नाभिकीय शक्ति संयंत्र का सिद्धान्त (Principle of Nuclear Power Plant)
- नियंत्रित नाभिकीय विखण्डन अभिक्रिया में ऊष्मा का उत्पादन होता है। जिसका उपयोग भाप के उत्पादन में किया जाता है। इस भाप का उपयोग टरबाइनों को चलाकर जनित्र से जोड़कर विद्युत उत्पादन में किया जाता है।
नाभिकीय शक्ति संयंत्र के अवयव (Components of a Nuclear Power Plant)
एक नाभिकीय शक्ति संयंत्र के अवयव निम्न प्रकार हैं
- नाभिकीय भट्टी (Nuclear Reactor) इसमें नियंत्रित नाभिकीय विखण्डन में विखण्डनीय ईंधन जैसे 92U235 का उपयोग करते हैं।
- ऊष्मा विनिमय (Heat Exchanger) इस प्रक्रिया हेतु भट्टी को ऊष्मीय विनिमय से जोड़ते हैं । यहाँ एक कुण्डलित पाइप में प्रवाहित शीतलक के द्वारा भट्टी में उत्पन्न ऊष्मा का जल में संचरण होता है। इस प्रकार प्राप्त जल भाप में परिवर्तित हो जाता है जो पुनः भट्टी में वापस आ जाता है।
- भाप टरबाइन (Steam Turbine ) ऊष्मीय विनिमय में भाप उत्पन्न होती है जिसका उपयोग भाप टरबाइन को चलाने में किया जाता है। तब खर्च की गई भाप गर्म जल से ऊष्मीय विनिमय द्वारा वापस हो जाती है।
- विद्युत जनित्र (Electric Generator) भाप टरबाइन की शाफ्ट विद्युत जनित्र (डायनेमो) से जुड़ी होती है। जिससे विद्युत उत्पन्न होती है।
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नाभिकीय ऊर्जा (Nuclear Energy) FAQ :-
1. 1 kwH कितने जूल के बराबर होते हैं:-
A. 1000 जूल
B. 3.6 ×10⁵ जूल
C. 3.6×10⁶ जूल
D. 3.6× 10³ जूल
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उत्तर ⇒ { C. 3.6 ×10⁶ जूल }
2)1HP(horse power) का मान किसके बराबर होते हैं:-
A. 500वाट
B. 240 वाट
C. 340 वाट
D. 746 वाट
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उत्तर ⇒ { 4. 746 वाट }
3) किसी h मीटर उँचाई पर स्थित वस्तु मे संचित होती है:-
1.स्थितिज उर्जा
2.गतिज उर्जा
3.गुरुत्व उर्जा
4.चुम्बकीय उर्जा
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उत्तर ⇒ { 1. स्थितिज उर्जा }
4) शक्ति का SI मात्रक है:-
1.वाट
2.जूल
3.टेसला
4.ओम
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उत्तर ⇒ { 1. वाट }
5) कार्य का SI मात्रक है:-
1. वाट
2.जूल
3.टेसला
4. ओम
उत्तर ⇒ ???????
Q. नाभिकीय ऊर्जा कौन सी ऊर्जा है?
- नाभिकीय विखंडन से प्राप्त ऊर्जा को नाभिकीय ऊर्जा कहते हैं। इसका उपयोग परमाणु भट्टी द्वारा विद्युत ऊर्जा उत्पन्न करने में किया जाता है।
Q. नाभिकीय ऊर्जा का महत्व क्या है?
- नाभिकीय ऊर्जा प्रदूषण नहीं करती है। यह ऊर्जा थोडी मात्रा में अवशिष्ट पदार्थ उत्पन्न करती है। यह ऊर्जा नवीकरणीय ऊर्जा है। अनेक विकसित और विकासशील देश नाभिकीय ऊर्जा से विद्युत् ऊर्जा का उत्पादन कर रहे हैं।
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