सोलर कुकर – कार्य, डिजाइन, फायदे, नुकसान
सोलर कुकर – कार्य, डिजाइन, फायदे, नुकसान
Solar Cooker in Hindi
सोलर कुकर (Solar Cooker)
- यह एक ऐसी युक्ति है, जिसमें सौर ऊर्जा का उपयोग करके भोजन को पकाया जाता है, इसलिए इसे सौर-चूल्हा भी कहते हैं।
- सामान्यतः यह एक लकड़ी का बॉक्स होता है जिसे बाहरी बक्सा (external box) भी कहते हैं। इस लकड़ी के बॉक्स के अन्दर लोहे अथवा ऐलुमिनियम की चादर का बना एक और बॉक्स होता है, जिसे भीतरी (internal box) बॉक्स कहते हैं। भीतरी बॉक्स के अन्दर की दीवारें तथा नीचे की सतह पर काला पेन्ट कर देते हैं। भीतरी बॉक्स के अन्दर काला रंग इसलिए किया जाता है, जिससे कि सौर ऊर्जा का अधिक-से-अधिक अवशोषण हो तथा परावर्तन द्वारा ऊष्मा की कम-से-कम हानि हो।
- सोलर कुकर के बॉक्स के ऊपर एक लकड़ी के फ्रेम में मोटे काँच का एक ढक्कन लगा होता है, जिसे आवश्यकतानुसार खोला तथा बन्द किया जा सकता है। सौर कुकर के बॉक्स में एक समतल दर्पण भी लगा होता है जोकि परावर्तक तल का कार्य करता है।
सोलर कुकर (Solar Cooker) कार्य विधि :-
- सर्वप्रथम पकाए जाने वाले भोजन को स्टील अथवा ऐलुमिनियम के एक बर्तन में डालकर जिसकी बाहरी सतह काली पुती हो, सोलर कुकर के अन्दर रख देते हैं तथा ऊपर से शीशे के ढक्कन को बन्द कर देते हैं। समतल दर्पण को खड़ा करके सोलर कुकर को भोजन पकाने के लिए धूप में रख देते हैं। जब सूर्य के प्रकाश की किरणें परावर्तक तल पर गिरती हैं तो परावर्तक तल उन्हें तीव्र प्रकाश किरण पुंज के रूप में सोलर कुकर के ऊपर डालता है। सूर्य की ये किरणें काँच के ढक्कन में से गुजरकर सोलर कुकर के बॉक्स में प्रवेश कर जाती है तथा कुकर के अन्दर की काली सतह द्वारा अवशोषित कर ली जाती हैं। चूँकि सूर्य की किरणों का लगभग एक-तिहाई भाग ऊष्मीय प्रभाव वाली अवरक्त किरणों का होता है। अतः जब ये किरणें कुकर के बॉक्स में प्रवेश कर जाती हैं तो काँच का ढक्कन इन्हें वापस बाहर नहीं आने देता। इस प्रकार सूर्य की ओर अधिक अवरक्त किरणें धीरे-धीरे कुकर के बॉक्स में प्रवेश करती जाती हैं, जिनके कारण सोलर कुकर के अन्दर का ताप बढ़ता जाता है। लगभग दो अथवा तीन घण्टें में सोलर कुकर के अन्दर का ताप 100°C से 140°C के बीच हो जाता है। यही ऊष्मा सोलर कुकर के अन्दर बर्तन में रखे भोजन को पका देती है।
सोलर कुकर के लाभ :-
सोलर कुकर के लाभ निम्न हैं
(i) इनके प्रयोग से ईंधन की बचत होती है ।
(ii) इनके प्रयोग से प्रदूषण नही होता है।
(iii) इनमें बहुत धीमी गति से खाना पकता है । अतः इसके द्वारा पके भोजन से पोषक तत्व नष्ट नही होते हैं।
(iv) इसमें एक समय पर चार भोजन पका सकते हैं।
सोलर कुकर की परिसीमाएँ :-
सोलर कुकर की परिसीमाएँ निम्न हैं
(i) ये रात्रि में, बरसात में तथा बादल वाले दिनों में कार्य नही करते हैं।
(ii) इनका उपयोग रोटी बनाने तथा वस्तुओं को तलने में नही कर सकते हैं।
(iii) सूर्य की दिशा लगातार बदलने के कारण सोलर कुकर की दिशा भी समय के साथ बदलती रहती है।
ग्रीन हाउस प्रभाव (Greenhouse Effect)
- वायुमण्डल में उपस्थित कुछ प्रमुख गैसें लघु तरंगदैर्ध्य के सौर विकिरण को पृथ्वी के धरातल तक आने देती हैं, परन्तु पृथ्वी से निकलने वाले दीर्घ तरंगी विकिरण को अवशोषित कर लेती हैं। इस कारण वायुमण्डल पृथ्वी के औसत तापमान को 35°C के आस-पास बनाए रखता है। इस घटना को ही हरित गृह प्रभाव कहते हैं। इसके लिए उत्तरदायी गैसों में प्रमुख कार्बन डाईऑक्साइड, मेथेन, नाइट्रस ऑक्साइड, ओजोन, सल्फर डाइऑक्साइड तथा जलवाष्प हैं।
- ये गैसें हरित गृह गैसें (ग्रीन हाउस गैसें ) कहलाती हैं। हरित गृह गैसों की सान्द्रता में वृद्धि के कारण वातावरण के तापमान में निरन्तर वृद्धि हो रही है, जिसे सामान्यतः भूमण्डलीय ऊष्मायन कहते हैं। भूमण्डलीय ऊष्मायन के प्रभाव के कारण ध्रुवों की बर्फ पिघलना, समुद्री जल स्तर में वृद्धि, चक्रवात एवं तेज तूफान आदि घटनाएँ हो रही हैं।
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सोलर कुकर (Solar Cooker) FAQ :-
1. 1 kwH कितने जूल के बराबर होते हैं:-
A. 1000 जूल
B. 3.6 ×10⁵ जूल
C. 3.6×10⁶ जूल
D. 3.6× 10³ जूल
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उत्तर ⇒ { C. 3.6 ×10⁶ जूल }
2)1HP(horse power) का मान किसके बराबर होते हैं:-
A. 500वाट
B. 240 वाट
C. 340 वाट
D. 746 वाट
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उत्तर ⇒ { 4. 746 वाट }
3) किसी h मीटर उँचाई पर स्थित वस्तु मे संचित होती है:-
1.स्थितिज उर्जा
2.गतिज उर्जा
3.गुरुत्व उर्जा
4.चुम्बकीय उर्जा
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उत्तर ⇒ { 1. स्थितिज उर्जा }
4) शक्ति का SI मात्रक है:-
1.वाट
2.जूल
3.टेसला
4.ओम
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उत्तर ⇒ { 1. वाट }
5) कार्य का SI मात्रक है:-
1. वाट
2.जूल
3.टेसला
4. ओम
उत्तर ⇒ ???????
Q. सौर ऊर्जा का अर्थ क्या?
- सूर्य की ऊर्जा को सौर ऊर्जा कहते हैं।
Q. सौर कुकर क्या है समझाइए?
- सौर कुकर या सौर चूल्हा (सोलर कूकर) ऐसी युक्ति है जो सूरज के प्रकाश एवं उष्मा की उर्जा से भोजन पकाता है।
Q. सोलर कुकर कितने रुपए का आता है?
- घरों में इस्तेमाल होने वाले सोलर कुकर 4000 से लेकर 7000 रुपये में मिल जाते हैं।
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