Hardware क्या है और कितने प्रकार के होते है? (Computer Hardware Notes in Hindi)

Hardware क्या है और कितने प्रकार के होते है? (Computer Hardware Notes in Hindi)

Computer Hardware Notes in Hindi

हार्डवेयर (Hardware) :-

  • कम्प्यूटर के सभी भाग जिन्हें हम देख सकते हैं तथा स्पर्श कर सकते हैं उन्हें हार्डवेयर कहा जाता है। यान्त्रिक, विद्युत तथा इलेक्ट्रॉनिक भाग कम्प्यूटर हार्डवेयर के नाम से ही जाने जाते हैं। आधुनिक कम्प्यूटर के हार्डवेयर इनपुट डिवाइस, आउटपुट डिवाइस, मैमोरी से मिलकर बने हैं ! और इनपुट-आउटपुट के साधनों तथा बाह्य भण्डारण माध्यमों को सम्मिलित रूप से पेरिफेरल कहा जाता है।

1. इनपुट डिवाइसेज (Input Devices) :- 

  • वे डिवाइसेज, जिनका प्रयोग उपयोगकर्ता के द्वारा कम्प्यूटर को डाटा और निर्देश प्रदान करने के लिए किया जाता है, इनपुट डिवाइसेज कहलाती हैं। इनपुट डिवाइसेज उपयोगकर्ता से इनपुट लेने के बाद इसे मशीनी भाषा (Machine language) में परिवर्तित करती हैं और इस परिवर्तित मशीनी भाषा को सीपीयू के पास भेज देती हैं।
  • कुछ प्रमुख इनपुट डिवाइसेज निम्न हैं

कीबोर्ड —

  • यह एक प्रकार की मुख्य इनपुट डिवाइस है। कीबोर्ड (Keyboard) का प्रयोग कम्प्यूटर को अक्षर और अंकीय रूप में डाटा और सूचना देने के लिए करते हैं। कीबोर्ड एक सामान्य टाइपराइटर की तरह दिखता है, किन्तु इसमें टाइपराइटर की अपेक्षा कुछ ज्यादा कुंजियाँ (Keys) होती हैं। ये कण्ट्रोलर और कीबोर्ड बफर से सम्पर्क करता है। कीबोर्ड कण्ट्रोलर, दबाई गई कुंजी के कोड को कीबोर्ड बफर में स्टोर करता है और बफर में स्टोर कोड सीपीयू के पास भेजा जाता है। सीपीयू इस कोड को प्रोसेस करने के बाद इसे आउटपुट डिवाइस पर प्रदर्शित करता है। कछ विभिन्न प्रकार के कीबोर्ड जैसे QWERTY, DVORAA और AZERTY मुख्य रूप से प्रयोग किए जाते हैं।

माउस —

  • यह एक प्रकार की प्वॉइण्टिग डिवाइस है। इसका प्रयोग कर्सर (टेक्स्ट में आपकी पोजिशन दर्शाने वाला ब्लिकिंग प्वॉइण्ट) या प्वॉइण्टर को एक स्थान-से-दूसरे स्थान पर ले जाने के लिए करते हैं। इसके अतिरिक्त माउस (Mouse) का प्रयोग कम्प्यूटर में ग्राफिक्स (Graphics) की सहायता से कम्प्यूटर को निर्देश देने के लिए भी करते हैं। इसमें सामान्यत: दो या तीन बटन होते हैं। एक बटन को बायाँ बटन (Left Button) और एक बटन को दायाँ बटन (Right Button) कहते हैं।

ट्रैकबॉल —

  • यह एक प्रकार की प्वॉइण्टिग डिवाइस है, जिसे माउस की तरह प्रयोग किया जाता है। इसमें एक बॉल ऊपरी सतह पर होती है। इसका प्रयोग कर्सर के मूवमेण्ट (Movement) को कण्ट्रोल करने के लिए किया जाता है। ट्रैकबॉल (Trackball) का प्रयोग CAD/CAM, कम्प्यूटरीकृत वर्कस्टेशनो जैसे एयर-ट्रैफिक कण्ट्रोल रूम (Air Traffic Control Room), राडार कण्ट्रोल्स (Radar Controls) में तथा जहाज अथवा सबमेरिन पर सोनार तन्त्र (Sonar System) में किया जाता है।

जॉयस्टिक —

  • यह एक प्रकार की प्वॉइण्टिग डिवाइस होती है, जो सभी दिशाओं में मूव करती है और कर्सर के मूवमेण्ट को कण्ट्रोल करती है। जॉयस्टिक . (Joystick) का प्रयोग फ्लाइट सिम्युलेटर (Flight Simulator), कम्प्यूटर गेमिंग, CAD/CAM सिस्टम में किया जाता है। इसमें एक हैण्डल (Handle) लगा होता है, जिसकी सहायता से कर्सर के मूवमेण्ट को कण्ट्रोल करते हैं। जॉयस्टिक और माउस दोनों एक ही तरह से कार्य करते हैं, किन्तु दोनों में यह अन्तर है कि कर्सर का मूवमेण्ट माउस के मूवमेन्ट पर निर्भर करता है, जबकि जॉयस्टिक में, प्वॉइण्टर लगातार अपने पिछले प्वॉइण्टिग दिशा की ओर मूव करता रहता है, जिसे जॉयस्टिक की सहायता से कण्ट्रोल किया जाता है।

स्कैनर —

  • इसका प्रयोग पेपर पर लिखे हुए डाटा या छपे हुए चित्र (Image) को डिजिटल रूप में परिवर्तित करने के लिए करते हैं। यह एक ऑप्टिकल इनपुट डिवाइस है, जो इमेज को इलेक्ट्रॉनिक रूप में बदलने के लिए प्रकाश को इनपुट की तरह प्रयोग करता है और फिर चित्र को डिजिटल रूप में बदलने के बाद कम्प्यूटर में भेजता है। स्कैनर (Scanner) का प्रयोग किसी दस्तावेज (Document) को उसके वास्तविक रूप में स्टोर करने के लिए किया जा सकता है, जिससे उसमें आसानी से कुछ बदलाव किया जा सके।

मैग्नेटिक इंक करैक्टर रिकॉग्निशन MICR (Magnetic Ink Character Recognition) —

  • सूचनाओं का मैट्रिक्स के रूप में उनके आकार का परीक्षण करता है, उसके बाद उसे रीड करता है और रीड करने के बाद सचनाओं को कम्प्यूटर में भेजता है। सूचनाओं में करैक्टर एक विशेष इंक से छपे होते हैं, जिसमें आयरन कण (Iron Particles) होते हैं और उन कणों को मैग्नेटाइज (Magnetise) किया जा सकता है। इस प्रकार की स्याही को चुम्बकीय स्याही कहते हैं। इसका प्रयोग बैंकों में चेक पर नीचे छपे मैग्नेटिक इनकोडिंग संख्याओं को पहचानने और प्रोसेस करने के लिए किया जाता है।

ऑप्टिकल मार्क रीडर —

  • यह एक प्रकार की इनपुट डिवाइस है, जिसका प्रयोग किसी कागज पर बनाए गए चिन्हों को पहचानने के लिए किया जाता है।
    यह कागज पर प्रकाश की किरण छोड़ता है और प्रकाश की किरण जिस चिह्न पर पड़ती है उस चिह्न को OMR (Optical Mark Reader) रीड करके कम्प्यूटर को इनपुट देता है। OMR की सहायता से किसी वस्तुनिष्ठ प्रकार (Objective Type) की प्रयोगात्मक परीक्षा की उत्तर पुस्तिका की जाँच की जाती है। इसकी सहायता से हजारों प्रश्नों का उत्तर बहुत ही कम समय में आसानी से जाँचा जा सकता है।

ऑप्टिकल करैक्टर रीडर —

  • यह OMR का ही कुछ सुधरा हुआ रूप है। यह केवल साधारण चिह्नों को ही नहीं, बल्कि छापे गए या हाथ से साफ-साफ लिखे गए अक्षरों को भी पढ़ लेता है।
  • यह प्रकाश स्रोत की सहायता से करैक्टर की शेष को पहचान लेता है। इस तकनीक को ऑप्टिकल करैक्टर रीडर (Optical Character Reader, OCR) कहा जाता है। इसका प्रयोग कई अनुप्रयोगों; जैसे टेलीफोन, इलेक्ट्रिसिटी बिल, बीमा प्रीमियम आदि को पढ़ने में किया जाता है।

2. आउटपुट डिवाइसेज ( Output Devices ) —

  • इन डिवाइसेज का प्रयोग कम्प्यूटर से प्राप्त परिणाम को देखने अथवा प्राप्त करने के लिए किया जाता है। आउटपुट डिवाइसेज, आउटपुट को हार्ड कॉपी अथवा सॉफ्ट कॉपी के रूप में प्रस्तुत करते हैं।
  • सॉफ्ट कॉपी वह आउटपुट होता है जो उपयोगकर्ता को कम्प्यूटर के मॉनीटर पर दिखाई देता है या स्पीकर से सुनाई देता है, जबकि हार्ड कॉपी वह आउटपुट होता है जो उपयोगकर्ता को पेपर पर प्राप्त होता है।
  • कुछ प्रमुख आउटपुट डिवाइसेज निम्न हैं

मॉनीटर —

  • मॉनीटर को विजुअल डिस्प्ले यूनिट (Visual Display Unit, VDU) भी कहते हैं। मॉनीटर कम्प्यूटर से प्राप्त परिणाम को सॉफ्ट कॉपी के रूप में दिखाता है। मॉनीटर दो प्रकार के होते हैं; मोनोक्रोम डिस्प्ले मॉनीटर और कलर डिस्प्ले मॉनीटर। मोनोक्रोम डिस्प्ले मॉनीटर टेक्स्ट को डिस्प्ले करने के लिए एक ही रंग का प्रयोग करता है और कलर डिस्प्ले मॉनीटर एक समय में 256 रंगों को दिखा सकता है।
    मॉनीटर पर चित्र छोटे-छोटे बिन्दुओं (Dots) से मिलकर बनता है और इन बिन्दुओं को पिक्सल (Pixel) के नाम से भी जाना जाता है।
    कुछ प्रमुख प्रयोग में आने वाले मॉनीटर निम्न हैं
  • कैथोड रे ट्यूब मॉनीटर ।
  • लिक्वीड क्रिस्टल डिस्पले
  • लिक्वीड एमीटिड डायो
  • 3 डी मॉनीटर
  • थिन फिल्म ट्रान्सीस्टर

प्रिण्टर्स —

  • यह एक प्रकार का आउटपुट डिवाइस है। जिसका प्रयोग कम्प्यूटर से प्राप्त डाटा और सूचना को किसी कागज पर प्रिण्ट करने के लिए करते हैं। यह ब्लैक एण्ड व्हाइट (Black and White) के साथ-साथ कलर डॉक्यूमेण्ट को भी प्रिण्ट कर सकता है। किसी भी प्रिण्टर की क्वालिटी उसकी प्रिण्टिग की क्वालिटी पर निर्भर करती है अर्थात् जितनी अच्छी प्रिण्टिग क्वालिटी होगी, प्रिण्टर उतना ही अच्छा माना जाएगा।
  • किसी प्रिण्टर की गति करैक्टर प्रति सेकेण्ड (Character Per Second-CPS) में, लाइन प्रति मिनट (Line Per Minute-LPM) में और पेजेज प्रति मिनट (Pages Per Minute-PPM) में मापी जाती है। किसी प्रिण्टर की क्वालिटी डॉट्स प्रति इंच (Dots Per Inch-DPI) में मापी जाती है अर्थात् पेपर पर एक इंच में जितने ज्यादा-से-ज्यादा बिन्दु होंगे, प्रिण्टिग उतनी ही अच्छी होगी।
    प्रिण्टर दो प्रकार के होते हैं !

(i) इम्पैक्ट प्रिण्टर (Impact Printer)–

  • यह प्रिण्टर टाइपराइटर की तरह कार्य करता है। इसमें अक्षर छापने के लिए छोटे-छोटे पिनं या हैमर्स होते हैं। इन पिनों पर अक्षर बने होते हैं। ये पिन स्याही से लगे हुए रिबन (Ribbon) और उसके बाद पेपर पर प्रहार करते हैं, जिससे अक्षर पेपर पर छप जाते हैं। इम्पैक्ट प्रिण्टर एक बार में एक करैक्टर या एक लाइन प्रिण्ट कर सकता है। इस प्रकार के प्रिण्टर ज्यादा अच्छी क्वालिटी की प्रिण्टिग नहीं करते हैं।
  • इम्पैक्ट प्रिण्टर निम्न प्रकार के होते हैं ।
  • डेजी व्हील प्रिण्टर
  • डॉट मैट्रिक्स प्रिण्टर
  • ड्रम प्रिण्टर
  • लाइन प्रिण्टर

(ii) नॉन-इम्पैक्ट प्रिण्टर (Non-Impact Printer)–

  • यह प्रिण्टर कागज पर प्रहार नहीं करते, बल्कि अक्षर या चित्र प्रिण्ट करने के लिए स्याही की फुहार कागज पर छोड़ते हैं। नॉन-इम्पैक्ट प्रिण्टर प्रिण्टिंग में इलेक्ट्रोस्टैटिक केमिकल और इंकजेट तकनीकी का प्रयोग करते हैं। इसके द्वारा उच्च क्वालिटी के ग्राफिक्स और अच्छी किस्म के अक्षरों को छापा जाता है। ये प्रिण्टर इम्पैक्ट प्रिण्टर की तुलना में महँगे होते हैं, किन्तु इनकी छपाई इम्पैक्ट प्रिण्टर की अपेक्षा ज्यादा अच्छी होती है।
    नॉन-इम्पैक्ट प्रिण्टर निम्न प्रकार के होते हैं –
  • इंकजेट प्रिण्टर
  • थर्मल प्रिण्टर
  • लेजर प्रिण्टर
  • इलेक्ट्रो मैग्नेटिक प्रिण्टर
  • इलेक्ट्रो स्टेटिक प्रिण्टर

स्पीकर —

  • यह एक प्रकार की आउटपुट डिवाइस है जो कम्प्यूटर से प्राप्त आउटपुट को आवाज के रूप में सुनाती है। यह कम्प्यूटर से डाटा विद्युत धारा (Electric Current) के रूप में प्राप्त करता है। इसे सीपीयू (CPU) से जोड़ने के लिए साउण्ड कार्ड की जरूरत पड़ती है। यही साउण्ड कार्ड साउण्ड उत्पन्न करता है। इसका प्रयोग गाने सुनने, संवाद आदि में करते हैं। स्पीकर कम्प्यूटर में आन्तरिक या बाह्य रूप से लगा होता है।

प्लॉटर —

  • यह एक आउटपुट डिवाइस है जिसका प्रयोग बड़ी ड्रॉइंग या चित्र जैसे कन्स्ट्रक्शन प्लान्स (Construction Plans), मैकेनिकल वस्तुओं की ब्लूप्रिण्ट, AUTOCAD, CAD/CAM आदि के लिए करते हैं। इसमें ड्रॉइंग बनाने के लिए पेन, पेन्सिल, मार्कर आदि राइटिंग टूल का प्रयोग होता है।

प्रोजेक्टर —

  • यह एक प्रकार की आउटपुट डिवाइस है जिसका प्रयोग कम्प्यूटर से प्राप्त सूचना या डाटा को एक बड़ी स्क्रीन पर देखने के लिए करते हैं। प्रोजेक्टर (Projector) की सहायता से एक समय में बहुत सारे लोग एक समूह में बैठकर कोई परिणाम देख सकते हैं। इसका प्रयोग क्लास रूम ट्रेनिंग या एक बड़े कॉन्फ्रेन्स हॉल जिसमें ज्यादा संख्या में दर्शक हों, जैसी जगहों पर किया जाता है। इसके द्वारा छोटे चित्रों को बड़ा करके सरलतापूर्वक देखा जा सकता है।

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Basic Computer Question-Annswer in Hindi

1. ……….. से कम्प्यूटर बनाया जाता है।
(a) सर्किट आरेख
(b) सॉफ्टवेयर और कार्यक्रम
(c) हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर
(d) हार्डवेयर और सर्किट

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Answer :- (C )

2. सी पी यू (CPU) का मतलब है।
(a) केन्द्रीय कार्यक्रम इकाई
(b) सेण्ट्रल प्रोसेसिंग इकाई
(c) केन्द्रीय योजना इकाई
(d) केन्द्रीय प्रगति इकाई

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Answer :- ( B )

3. इनमें से कौन-सा कम्प्यू टर का दिमाग है?
(a) Bus
(b) CPU
(c) Monitor
(d) Hard disk

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Answer :- ( B)

4. इनमें से किस कारण से कम्प्यूटर का उपयोग बढ़ता जा रहा है?
(a) क्षमता वृद्धि के कारण
(b) नवीन कार्यक्षेत्रों के कारण
(c) ‘a’ व ‘b’ दोनों
(d) घटती क्षमता के कारण

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Answer :- ( C)

5. कम्प्यूटर का उपयोग विविध प्रकृति के कार्यों में क्यों किया जाने लगा?
(a) इसकी क्षमताओं से
(b) इसकी विशेषताओं से
(c) इसकी तीव्र गति से
(d) ये सभी

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Answer :- (D )

6. कम्प्यूटर युक्ति द्वारा आँकड़ों (Data) को क्रिया में प्रयुक्त किया जा सकता है।
(a) गणितीय क्रिया में
(b) तार्किक क्रिया में
(c) मैनिपुलेटिव क्रिया में
(d) ये सभी

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Answer :- (D )

7. इनमें से क्या कम्प्यूटर का गुण नहीं है?
(a) गति
(b) शुद्धता
(c) विश्वसनीयता
(d) अविश्वसनीय

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Answer :- ( D)

8. कम्प्यूटर के किस भाग द्वारा आँकड़ों की प्रोसेसिंग की जाती है?
(a) ALU
(b) मैमोरी
(c) CPU
(d) कण्ट्रोल यूनिट

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Answer :- (C )

9. वे कम्प्यूटर जो आकार में बहुत बड़े होते हैं तथा जिनकी संग्रह क्षमता भी अधिक होती है, कहलाते हैं
(a) माइक्रो कम्प्यूटर
(b) मिनी कम्प्यूटर
(c) सुपर कम्प्यूटर
(d) मेनफ्रेम कम्प्यूटर

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Answer :- ( C)

10. चार्ल्स बैबेज द्वारा निर्मित एनालिटिकल इंजन है
(a) इलेक्ट्रॉनिक
(b) इलेक्ट्रिकल
(c) मैकेनिकल
(d) टेक्निकल

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Answer :- ( C)

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