ऊर्जा का क्षय कम करने के उपाय। Dissipated of Energy
Dissipated of Energy in Hindi
- ऊष्मा हमारे जीवन का आधार है एवं इसे समुचित उपयोग में लेना हम सभी की जिम्मेदारी है। भारत जैसे विकासशील राष्ट्र के लिये यह और भी महत्वपूर्ण है कि हम अपनी ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति अधिकतम दक्षता के साथ करें एवं अनावश्यक ऊर्जा क्षय को रोके |
किसी कार्य को करने के दौरान ऊष्मा, ध्वनि, प्रकाश, T आदि से होने वाले ऊर्जा क्षय को जितना कम किया जा सके उतनी अधिक ऊर्जा हमें कार्य को पूरा करने के लिये मिलेगी । किसी कार्य को सम्पन्न करने के एक से अधिक विकल्प हो तो हमें उस विकल्प को चुनना चाहिये जो अधिक ऊर्जा दक्ष हो। - घरों में उपयोग में आने वाली विद्युत युक्तियां जैसे टीवी, माइक्रोवेव, वांशिग मशीन आदि को जब उपयोग में नहीं ले रहे हों तो उन्हें आपातोपयोगी अवस्था (Standby mode) में रखने से कुछ ऊर्जा का क्षय होता है। अतः जब इन्हें उपयोग में नहीं लेना हो तो हमे इनके स्विच ऑफ कर देने चाहिये |
- वर्तमान में वाहन, पंखा, रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन, वातानुकूलन यंत्र एवं अन्य कई विद्युत्त साधित्र (Appliance) में स्टार रेटिंग दी जाती है| ज्यादा स्टार रेटिंग वाले उपकरण ज्यादा ऊर्जा दक्ष होते हैं। ऊर्जा दक्ष साधित्र करीब 30% तक कम बिजली की खपत करते हैं। साथ ही हमें उतनी ही क्षमता का साधित्र खरीदना चाहिये जितनी हमारी आवश्यकता हो । अनावश्यक रूप से ज्यादा क्षमता का उपकरण खरीदने से ज्यादा ऊर्जा भी खर्च होगी |
- बिजली का उपभोग कम करने के लिए हमें घरों में CFL एवं LED लाइटों का उपयोग करना चाहिये। एक सामान्य ‘तापदीप्त बल्ब 200 घण्टे की औसत सेवा देता है जबकि CFL की उम्र 8000 घंटे एवं LED का उपयोग काल करीब 50000 घंटे होता है। एक 60 W का बल्ब, 15 W का CFL एवं 8 W का LED लगभग समान प्रकाश ऊर्जा देते हैं लेकिन CFL or LED में ऊर्जा की खपत कम होगी | LED के उपयोग से कम ऊर्जा खपत होगी जिससे विद्युत उत्पादन के दौरान उत्पन्न होने वाली कार्बन डाई ऑक्साइड, सल्फर ऑक्साइड एवं अन्य हानिकारक उत्सृजकों की मात्रा में कमी आएगी |
- गर्मी व सर्दी में वातानुकूलन एवं मकानों में ऊष्मा विनिमय से बहुत ऊर्जा नष्ट हो जाती है। इसे कम करने के लिये घरों की दीवारों व छत को ऊष्मारोधी बनाने चाहिये | ऐसा करने से वातानुकूलन पर होने वाले खर्च में कमी आएगी | वर्तमान में नई तकनीकों की खोखली ईटे बनाई जा रही है जो इमारत का कुल वजन कम करती है एवं एक कुचालक माध्यम की तरह कार्य करती है। जिससे मकान का वातानुकूलन खर्च कम हो सकता है।
- प्राकृतिक ऊर्जा स्त्रोतों की हमें रक्षा करनी चाहिए एवं उनका अधिकतम उपयोग करना चाहिए। वर्षाकाल में बरसने वाले पानी को एकत्रित करके उन्हें विभिन्न उपयोग में लिया जा सकता है। इसके अतिरिक्त बचे पानी को पुनः जमीन में भेजन का प्रयास भी किया जाना चाहिये ताकि भू–जल स्तर अच्छा बना रहे एवं कम ऊर्जा खर्च करके वर्ष भर पानी मिल सके |
- विद्युत उत्पादन के दौरान निकलने वाली अनुपयोगी व हानिकारक ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कमी लाने के लिये अधिक दक्ष निकाय का उपयोग किया जाना चाहिये एवं नवीनकरणीय ऊर्जा के स्त्रोत जैसे पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा आदि का उपयोग अधिक करना चाहिये |
- इस प्रकार जहाँ-जहाँ सम्भव हो हम सभी को मिलकर ऊर्जा क्षय को कम करने में अपना योगदान देना चाहिये ताकि हम अपने पर्यावरण को बेहतर रख सकें एवं उच्च गुणवत्ता का जीवनयापन कर सकें |
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कार्य, शक्ति तथा उर्जा Work, Power and Energy FAQ –
Q. कार्य का मात्रक है
(क) न्यूटन
(ख) जूल
(ग) वाट
(घ) इनमें से कोई नहीं
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Q. शक्ति का मात्रक है–
(क) न्यूटन
(ख) वाट
(ग) जूल
(घ) न्यूटन-मीटर
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Q. पृथ्वी की ओर मुक्त रूप से गिरती हुई वस्तु की कुल ऊर्जा का मान
(क) बढ़ता जाता है।
(ख) घटता जाता है।
(ग) स्थिर रहता है।
(घ) शून्य हो जाता है।
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Q. यदि एक वस्तु का वेग दो गुना कर दिया जाए तो वस्तु की गतिज ऊर्जा कितनी होगी?
(क) एक-चौथाई
(ख) आधी
(ग) दोगुनी।
(घ) चार-गुनी
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Q. विद्युत ऊर्जा का व्यावसायिक मात्रक है
(क) जूल
(ख) वाट-सेकण्ड
(ग) किलोवाट घण्टा
(घ) किलोवाट प्रति घण्टा
उत्तर ⇒ ???????
प्रश्न 1. कार्य की परिभाषा दीजिये एवं इसका मात्रक लिखिये।।
उत्तर- जब किसी वस्तु पर बल F लगाया जाये तथा इस बल से वस्तु में विस्थापन s हो तो बल द्वारा किया गया कार्य, बल और बल की दिशा में विस्थापन के गुणनफल के बराबर होता है।
अतः कार्य (W) = बल (F) x विस्थापन (S)
W = F.S
कार्य का मात्रक MKS पद्धति में जूल है।
प्रश्न 2. ऊर्जा क्या है ? ऊर्जा का मात्रक लिखिये।
उत्तर- किसी वस्तु के कार्य करने की क्षमता को ऊर्जा कहते हैं। ऊर्जा एक अदिश राशि है। ऊर्जा का मात्रक जल होता है।
प्रश्न 3. गतिज ऊर्जा से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- गतिज ऊर्जा-किसी वस्तु में उसकी गति के कारण निहित ऊर्जा को गतिज ऊर्जा कहते हैं। जैसे-उड़ता हुआ हवाई जहाज, नदी में बहता हुआ पानी आदि में कार्य करने की क्षमता उनमें विद्यमान गतिज ऊर्जा के कारण है।
प्रश्न 4. स्थितिज ऊर्जा क्या होती है?
उत्तर- वस्तु की स्थिति अथवा अवस्था के कारण वस्तु में विद्यमान ऊर्जा को स्थितिज ऊर्जा कहते हैं।
प्रश्न 5. ऊर्जा संरक्षण नियम बताइये।
उत्तर- इस नियम के अनुसार किसी विलगित निकाय की कुल ऊर्जा सदैव स्थिर रहती है। ऊर्जा न तो उत्पन्न की जा सकती है और न ही ऊर्जा को नष्ट किया जा सकता है। ऊर्जा को केवल एक रूप से दूसरे रूप में रूपान्तरित किया जा सकता है।