लाइकेन का आर्थिक महत्व

लाइकेन का आर्थिक महत्व (Economic importance of Lichens in Hindi)

Economic importance of Lichens in Hindi

  • (a) लाइकेन मृदा निर्माण (Soil formation) की प्रक्रिया में सहायक होते हैं।
  • (b) कई लाइकेन खाद्य पदार्थ के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। रेन्डियर मॉस ( moss) या क्लेडोनिया को आर्कटिक (Arctic) भाग में भोजन के रूप में प्रयोग किया जाता है। आइसलैंड मॉस (Iceland moss) को स्वीडन, नार्वे तथा आइसलैंड जैसे यूरोपीय देशों में केक बनाने में उपयोग में लाया जाता है। जापान के निवासी इन्डोकार्पन (Endocarpon) का उपयोग सब्जी के रूप में करते हैं। दक्षिण भारत में परमेलिया (Permelia) को सालन (Curry) बनाने में उपयोग करते हैं।
  • (c) आर्चिल (Orchil), लेकेनोरा (Lecanora) जैसे—लाइकेन से नीला रंग प्राप्त किया जाता है।
  • (d) प्रयोगशाला में प्रयुक्त होने वाली लिटमस पेपर रोसेला (Rocella) नामक लाइकेन से प्राप्त किया जाता है।
  • (e) लोबेरिया (Lobaria), इरबेनिया (Ervenia) रेमेनिला (Ramanila) आदि लाइकेन का उपयोग इत्र (Perfumes) बनाने में किया जाता है।
  • (f) परमेलिया सेक्सटिलिस (Permelia Sextilis) का उपयोग मिरगी (Epilepsi) रोग की औषधि बनाने में होता है।
  • (g) डायरिया, हाइड्रोफोबिया, पीलिया काली खाँसी आदि रोगों में उपयोगी कई प्रकार का औषधियाँ लाइकेन से बनायी जाती हैं।
  • (h) असनिया (Usnea) नामक लाइकेन से प्रति-जैविक (Antibiotic) असानक (Usnic acid) प्राप्त किया जाता है।

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