जल एवं जल के उपयोग (Jal avn jal ke upyog kya hai)
जल एवं जल के उपयोग (Jal avn jal ke upyog kya hai)
Jal avn jal ke upyog kya hai
- हमारी पृथ्वी का 3/4 भाग जल है।
- जल के स्त्रोत- समुद्र व महासागर का जल नमक के कारण खारा होता है।
- बावड़ी, झील, नदी, झरनों, ट्यूबवेल (हैण्डपम्प) से प्राप्त जल पीने योग्य है।
- जल के अवयव- जल का सूत्र H,0 है। यह हाइड्रोजन के दो परमाणु तथा ऑक्सीजन के एक परमाणु से मिलकर बनता है।
- जल के भौतिक एवं रासायनिक गुण- शुद्ध जल रंगहीन, गंधहीन, स्वादहीन एवं पारदर्शक द्रव होता है। जल का क्वथनांक 100°C तथा जल का हिमांक 0°C होता है। जल जब ठण्डा होने पर बर्फ (ठोस अवस्था) बनाता है तो बर्फ का घनत्व कम हो जाता है।
जल के उपयोग –
- जल का उपयोग एक सार्वत्रिक विलायक के रूप में किया जाता है।
- जल हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित करता है।
- जल हमारे शरीर में पाचन कार्य करने में मदद करता है।
जल चक्र –
- जल स्रोत से जल वाष्पीकरण द्वारा वाष्प के रूप में ऊपर उठता है। जल वाष्प के संघनन से बादल बनते हैं तथा वर्षण द्वारा जल वर्षा के रूप में पुन: जल स्रोतों में आता है। इस चक्र को जल चक्र कहते हैं।
जल-संग्रहण –
- जनसंख्या वृद्धि, वर्षा का असंतुलन, उद्योगों में अत्यधिक जल का उपयोग, जल का अपव्यय आदि के कारण पीने योग्य जल की मात्रा में निरन्तर कमी होती जा रही है।
- वर्षा के जल को एकत्रित कर भण्डारण करने की प्रक्रिया को जल संग्रहण कहते हैं।
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