चुंबक और चुंबकत्व विज्ञान (Magnet And Magnetism Notes In Hindi)
चुंबक और चुंबकत्व विज्ञान (Magnet And Magnetism Notes In Hindi)
Magnet And Magnetism Notes In Hindi
- यूनान के मैग्नस के नाम पर चुम्बक को मैग्नेटाइट कहा जाता है।
- प्रकृति में पाया जाने वाला चुम्बक प्राकृतिक चुम्बक एवं मानव निर्मित चुम्बक, कृत्रिम चुम्बक कहलाता है।
चुम्बकीय व अचुम्बकीय पदार्थ –
- जो पदार्थ चुम्बक की ओर आकर्षित होते हैं, वे चुम्बकीय पदार्थ कहलाते हैं, जैसे- लोहा, कोबाल्ट, निकल आदि।
- चुम्बक की ओर आकर्षित नहीं होने वाले पदार्थ अचुम्बकीय पदार्थ कहलाते हैं, जैसे- प्लास्टिक, काँच, लकड़ी, चमड़ा आदि।
चुम्बक के ध्रुव –
- स्वतंत्रता पूर्वक चुम्बक को लटकाने पर जो सिर उत्तर दिशा की ओर होता है वह उत्तरी ध्रुव तथा जो सिरा दक्षिण दिशा की ओर होता है उसे दक्षिण ध्रुव कहते है।
दिशासूचक यंत्र (कम्पास) –
- यह काँच के ढक्कन वाली एक छोटी डिब्बी होती है। इसमें एक चुम्बकीय सूई तीखी नोक पर टिकी होती है जिस पर सुई स्वतंत्रतापूर्वक घूमती है। इस सुई का एक सिरा उत्तर व दूसरा सिरा दक्षिण ध्रुव होता है। कम्पास में एक डायल भी होता है जिस पर दिशाएँ अंकित होती हैं।
- कम्पास की सुई जब विरामावस्था में आती है तो उत्तर-दक्षिण दिशा निर्देशित करती है।
चुम्बक के गुण –
- 1. चुम्बक को स्वतंत्रता पूर्वक लटकाने पर वह सदैव उत्तर-दक्षिण दिशा में ठहरती है।
- 2. यह चुम्बकीय पदार्थों जैसे लोहा आदि से बनी वस्तुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है।
- चुम्बक के असमान ध्रुवों में आकर्षण तथा समान ध्रुवों में प्रतिकर्षण होता है।
- लोहे की वस्तु को ताँबे के तार के द्वारा बैटरी से जोड़ने पर वह आलपिनों को आकर्षित करती है, इस प्रकार से बने चुम्बक को विद्युत चुम्बक कहते है।
चुम्बक के उपयोग –
- दिशा सूचक यंत्र में।
- स्पीकर में।
- विद्युत क्रेन द्वारा लोहे की भारी वस्तुओं को उठाने में।
- आँख में से लोहे के कण को निकालने में।
- विद्युत घण्टी, विद्युत मोटर में।
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