रेडियो एक्टिव प्रदूषण | परिभाषा | कारण | प्रभाव | उपाय
Radioactive pollution notes in hindi
- रेडियो एक्टिव प्रदूषण (Radioactive pollution): यह प्रदूषण रेडियोएक्टिव किरणों से उत्पन्न होता है। रेडियो एक्टिव किरणें मुख्यतः रेडियोएक्टिव पदार्थ से उत्पन्न होता है। रेडियो एक्टिव किरणें मुख्यतः तीन प्रकार के होते हैं—अल्फा (a), बीटा (B) एवं गामा (γ)। इसके अतिरिक्त सूर्य से निकलने वाली पराबैंगनी किरणें भी रेडियोएक्टिव किरणों के समान जीवों को प्रभावित करती हैं। इस प्रकार रेडियो एक्टिव प्रदूषण के निम्न स्रोत हो सकते हैं—
- (a) चिकित्सा में उपयोग होने वाली किरणों से प्राप्त प्रदूषण ।
- (b) परमाणु भट्ठियों में प्रयुक्त होने वाले ईंधन से उत्पन्न प्रदूषण ।
- (c) नांभिकीय शस्त्रों के उपयोग से उत्पन्न प्रदूषण।
- (d) परमाणु बिजलीघरों से निकलने वाले अपशिष्ट से उत्पन्न प्रदूषण।
- (e) शोध कार्यों में प्रयुक्त रेडियोधर्मी पदार्थों से उत्पन्न प्रदूषण ।
- (f) सूर्य की पराबैंगनी किरणों, अंतरिक्ष किरणों एवं पृथ्वी में विद्यमान रेडियोधर्मी पदार्थों के विखण्डन से उत्पन्न प्रदूषण इत्यादि।
रेडियोएक्टिव प्रदूषण के हानिकारक प्रभाव :
- (a) रेडियोधर्मी पदार्थों के प्रदूषण से ल्यूकेमिया व हड्डी का कैन्सर उत्पन्न हो जाता है।
- (b) रेडियोधर्मी पदार्थों के प्रभाव से जीवों की जर्मिनल कोशिकाओं के जीन्स में उत्परिवर्तन उत्पन्न हो जाते हैं, जिससे विकृत एवं विकलांग शिशुओं का जन्म होता है।
- (c) रेडियोधर्मी पदार्थों के प्रभाव से मनुष्य की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है, जिससे अनेक प्रकार की बीमारियाँ शरीर में प्रवेश कर जाती हैं।
- (d) इसके प्रभाव से प्रजनन क्षमता क्षीण हो जाती है तथा असामयिक बुढ़ापा आ जाता है।
- (e) इसके प्रभाव से त्वचा पर घाव बन जाते हैं, ऊतक, आँख आहारनाल पर बुरा प्रभाव पड़ता है तथा इन अंगों पर सूजन, दर्द तथा जलन जैसे लक्षण दिखाई पड़ते हैं।
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