वस्तुओं की प्रकृति (Vastu ki prakriti Notes in Hindi)

वस्तुओं की प्रकृति (Vastu ki prakriti Notes in Hindi)

Vastu ki prakriti Notes in Hindi

वस्तुओं का वर्गीकरण-स्त्रोत के आधार पर 

  • वे वस्तुएँ जो हमें प्रकृति (पादप एवं जन्तु) से प्राप्त होती हैं उन्हें प्राकृतिक तथा जो मनुष्य द्वारा निर्मित होती हैं, उन्हें मानव निर्मित या कृत्रिम वस्तुएँ कहते हैं।

वस्तुओं के गुण –

  1.  द्युति (चमक)
  2.  कठोरता
  3.  चुम्बकीय या अचुम्बकीय
  4.  विलेयता और अविलेयता
  5.  पारदर्शिता
  6.  घनत्व
  • धातुओं से बनी वस्तुओं में द्युति (चमक) होती है। जैसे गहने, स्टील के बर्तन आदि।

संपीड्यता के आधार पर वस्तुओं को छाँटना 

वस्तु का नाम  – कठोर या नर्म

  • लकड़ी की मेज – कठोर
  • लोहे की खिड़की –  कठोर
  • रुई  – नर्म

ऐसी वस्तुएँ जिनको आसानी से दबाया या संपीडित नहीं किया जा सकता है, वे कठोर होती हैं। जबकि ऐसी वस्तुएँ जिनको आसानी से संपीडित किया जा सकता है वे नर्म होती हैं।

चुम्बकीय या अचुम्बकीय –

  • ऐसी वस्तुएँ जो चुम्बक की ओर आकर्षित होती हैं, वे चुम्बकीय होती हैं जैसे- लोहे से बनी सभी वस्तुएँ।
  • ऐसी वस्तुएँ जो चुम्बक की ओर आकर्षित नहीं होती हैं, वे अचम्बकीय होती हैं जैसे- प्लास्टिक व लकड़ी आदि से बनी वस्तुएँ।

विलेयता और अविलेयता –

  • कुछ ऐसी वस्तुएँ होती हैं, जो जल में पूर्ण रूप से घुल जाती हैं वे विलेयशील होती हैं, जैसे- चीनी, नमक आदि। जबकि कुछ वस्तुएँ जो जल में नहीं घुलती हैं वे अविलेयशील होती हैं, जैसे- चॉक का पाउडर, रेत आदि।
  • ‘कुछ द्रव, जैसे-नींबू का रस पानी में पूर्णत: मिश्रित हो जाते हैं जबकि कुछ द्रव जैसे- किरोसिन, सरसों का तेल आदि पानी में पूर्णत: मिश्रित नहीं होते हैं। इसी प्रकार ऑक्सीजन गैस जल में आंशिक रूप से विलेय होती है जबकि कुछ गैसें जल में पूर्णत: अविलेय होती हैं।
  • कार्बन डाइऑक्साइड गैस जल में घुलनशील होती है इसीलिए इसका उपयोग शीतल पेय पदार्थों में किया जाता है।

पारदर्शिता –

  • ऐसी वस्तुएँ जिनसे आर-पार देखा जा सकता है, पारदर्शी वस्तुएँ होती हैं, जैसे- काँच व स्वच्छ जल आदि पारदर्शी होते हैं।
  • इसके विपरीत ऐसी वस्तुएँ जिनके आर-पार नहीं देखा जा – सकता है, अपारदर्शी होती हैं। जैसे- लकड़ी, नोटबुक, धातु से बने पात्र आदि अपारदर्शी वस्तुएँ होती हैं।
  • कुछ वस्तुएँ ऐसी होती हैं जिनके आर-पार तो देख सकते हैं परन्तु पूर्ण रूप से स्पष्ट नहीं देख सकते हैं अर्थात् धुंधला दिखाई देता है। ऐसी वस्तुएँ पारभासी होती हैं।

घनत्व –

  • सामान्यत: जिन वस्तुओं का घनत्व जल के घनत्व से कम होता है. वे जल की सतह पर तैरती हैं तथा जिनका घनत्व जल से अधिक होता है, वे जल में डूब जाती हैं । वस्तुत: यह घनत्व के कारण होता है।
  • किसी पदार्थ के इकाई आयतन के द्रव्यमान को उस पदार्थ का घनत्व कहते है।
  • जो वस्तु निश्चित आयतन में अधिक द्रव्यमान रखती है, उसका घनत्व अधिक होता है।

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