EDI (इलेक्ट्रॉनिक डेटा इंटरचेंज) क्या है? (Electronic Data Interchange – EDI Kya Hai)

EDI (इलेक्ट्रॉनिक डेटा इंटरचेंज) क्या है? (Electronic Data Interchange – EDI Kya Hai)

इलेक्ट्रॉनिक डेटा का आदान-प्रदान (Electronic Data Interchange – EDI )

Electronic Data Interchange – EDI Kya Hai 

  • EDI मानक (Standard) इलैक्ट्रॉनिक रूप में व्यापार की जानकारी (Information) के अन्तर्प्रक्रिया संचार (Interprocess Communication) को परिभाषित (Define) करता है जिसमें एक कम्प्यूटर अनुप्रयोग (application) दूसरे कम्प्यूटर अनुप्रयोग (Application) से व्यापार की जानकारी EDI के द्वारा इन्टरचेंज करता है।
  • संक्षिप्त में कह सकते हैं कि EDI किसी भी तरह की व्यापार की जानकारी को कम्पनियों, सरकार, छोटे तौर पर होने वाले व्यापार के मध्य लेन-देन का कार्यसम्पादन (Transaction) का कार्य करता है।
  • EDI के द्वारा हम किन्हीं भी दो कम्पनियों या क्रेता या विक्रता के मध्य Purchase order, स्वीकृति / आभार प्राप्ति आदेश (Acknowledgement Receipt order) आदि प्रारूप (Format ) का उपयोग करते हैं।
  • EDI कम्पनियों को व्यापार करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। जिससे विश्वव्यापी बाज़ार (Global Market) में आसानी से व्यापार किया जा रहा है।
  • कम्प्यूटर का अन्य किसी भी अन्य कम्प्यूटर से सम्बन्ध (Link) स्थापित करके किसी भी प्रकार के डेटा का इलैक्ट्रॉनिक पद्धति से आदान-प्रदान किया जा सकता है। जिससे व्यापार में होने वाले कागजी कार्य बहुत कम हो गए हैं। जैसे— Purchase order, Invoice तथा Document आदि सभी को इलैक्ट्रॉनिक रूप में बदल दिया गया है। EDI के द्वारा कई कार्य स्वतः कार्य प्रक्रिया के अन्तर्गत स्वतः ही हो जाते हैं।
  • EDI का मुख्य लाभ यह है कि कार्य सम्पादन (Transaction) के मूल्य में कमी आई है तथा आदेश (Order) कम्प्यूटर के द्वारा होने पर गति व कार्य क्षमता (Efficiency) में भी सुधार आया है | Manually यह कार्य अत्यधिक समय लेता था । व्यापार में Document के चलन को बढ़ाने के लिये में EDI को विकसित (Develop ) किया गया। )
  • ई-कॉमर्स अनुप्रयोग EDI से सीधे व प्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुये होते हैं। ई-कॉमर्स में होने वाले सभी कार्य इलैक्ट्रॉनिक रूप में डॉक्यूमेंट में बदलाव पर निर्भर करते हैं। EDI सूचना को इस तरह से प्रारूप (Standard format) में बदलता है कि जिससे यह दूसरे कम्प्यूटर अनुप्रयोग (Application) के द्वारा भी पढ़ा जा सके ।-

Electronic Data Interchange – EDI Kya Hai 

EDI एक कम्प्यूटर से दूसरे कम्प्यूटर पर डेटा का – इलेक्ट्रॉनिक स्थानान्तरण (Transfer) है।
EDI निम्न चरणों में कार्य करता है-

  1. क्रेता के कम्प्यूटर के द्वारा विक्रेता के कम्प्यूटर को purchase order भेजा जाता है । विक्रेता के कम्प्यूटर के द्वारा क्रेता के कम्प्यूटर को purchase order स्वीकृति भेजी जाती है ।
  2. विक्रेता का कम्प्यूटर ट्रांस्पोर्ट कम्पनी को बुकिंग के लिए अनुरोध भेजता है ।
  3. ट्रांस्पोर्ट कम्पनी के कम्प्यूटर के द्वारा विक्रेता के कम्प्यूटर को बुकिंग की स्वीकृति भेजी जाती है ।
  4. विक्रेता के कम्प्यूटर के द्वारा क्रेता के कम्प्यूटर को advance-ship notice भेजा जाता है।
  5. ट्रांस्पोर्ट कम्पनी के कम्प्यूटर के द्वारा विक्रेता के कम्प्यूटर को ट्रांस्पोर्ट बुकिंग की वर्तमान स्थिति के बारे में सूचना भेजी जाती है ।
  6. क्रेता के कम्प्यूटर के द्वारा विक्रेता के कम्प्यूटर को प्राप्ति रसीद भेजी जाती है । विक्रेता के कम्प्यूटर के द्वार क्रेता के कम्प्यूटर पर भुगतान बिल भेजा जाता है ।
  7. क्रेता के कम्प्यूटर के द्वारा विक्रेता के कम्प्यूटर को भुगतान की जानकारी भेज दी जाती है।

EDI Layer Architecture-

EDI को 4 भागों में विभाजित किया जा सकता है-

  1. EDI Semantic Layer
  2. EDI Standard Layer
  3. EDI Transport Layer
  4. Physical Network Infrastructure Layer

(1) EDI Semantic Layer

  • इस Layer में हम व्यापार के अनुप्रयोग (Application) को व्यक्त (Describe) करते हैं। जिसमें कई तरह के व्यापार से सम्बन्धित सॉफ्टवेयर तथा कई नए तरीकों को समझाया जाता है, यह Layer. एक तरह से प्रयोगकर्ता वातावरण (User interface) Layer होती है। जिससे किसी भी तरह की एप्लीकेशन उपभोक्ता के अनुसार उसके व्यापार पर कार्य करती है
  • इस लेयर से हम किसी भी जानकारी को उस कम्पनी की विशिष्ट अथवा सुनिश्चित सूचना को Trading Partner को भेज सकते हैं। EDI Semantic Layer में हम EDI form के ढांचे का उपयोग कर सकते हैं।
  • EDI का ढांचा ANSI (American National Standard Institute) के द्वारा बनाया गया है। यह मानक United Nation Economic Commission के द्वारा सभी नेटवर्क पर लागू (Apply) किया गया है।
  • सभी नेटवर्क में EDI Semantic लेयर किसी भी जानकारी को किसी विशेष कम्पनी रूप में परिवर्तित करते हैं जिसके द्वारा महत्त्वपूर्ण जानकारी की सुरक्षा हो सके ।

( 2 ) EDI Standard Layer

  • इस लेयर के द्वारा व्यापार Structure रूप का उपयोग किया जाता है जिसका EDI Semantic Layer में वर्णन किया गया है। इस लेयर के द्वारा किसी भी तरह की जानकारी को अधिकतम 50 शब्दों में समझा सकते हैं।

Standard translation लेयर को हम दो रूप (form) में बाँट सकते हैं-

  1. X12
  2. EDI Fact Form
  • X12 में 50 शब्दों का उपयोग किया जा सकता है, तथा Fact form में 75 शब्दों को उपयोग किया जा सकता है। इन दोनों रूपों (Forms) को किसी भी तरह के व्यावसायिक अनुप्रयोग (Business application) का एक मानक रूप प्रदर्शित करते हैं, जिसमें उसकी Length से ज्यादा जानकारी Describe नहीं की जाती है।

( 3 ) EDI Transport Layer

  • इस लेयर के द्वारा हम कई तरह की Non-electronic क्रियाओं का उपयोग करते हैं तथा व्यापार की जानकारी को एक कम्पनी से दूसरी कम्पनी तक भेजते हैं। इस लेयर के द्वारा कईकेतरह डेटा की जानकारी तथा फाइल की जानकारी को बिना इलेक्ट्रॉनिक के दो नेटवर्क के मध्य आदान-प्रदान किया जाता है । इस लेयर में व्यवसायिक सूचना (Business information) को Posted services के द्वारा या Registered mail के द्वारा भेजा जाता है जिससे किसी भी जानकारी को क्लाईंट सर्वर, नेटवर्क के द्वारा हस्तान्तरित (Pass) नहीं होना पड़ता है ||

(4) EDI Physical Network Infrastructure Layer

  • इस Layer के द्वारा हम Dial-up-lines तथा I-way इत्यादि तकनीकों का उपयोग करके व्यवसायिक अनुप्रयोग (Business application) या व्यवसायिक सूचनाओं (Business Informa- tion) को एक Trading partner तक भेज सकते हैं ।
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