‘तारामंडल’ क्या है ? – Taramandal Kya Hai

‘तारामंडल’ क्या है ? – Taramandal Kya Hai

Taramandal Kya Hai

  • तारामंडल तारों का एक समूह है जो एक पैटर्न में व्यवस्थित होता है तथा जो आकोश में मात्र एक क्षेत्र का निर्धारण करता है। चंद्रमा रहित स्वच्छ रात्रि को आकाश में देखने पर तारे एक निश्चित नमूने बनाते हुए प्रतीत होते हैं। इन नमूनों को हमने सप्तर्षि मंडल (Big Dipper या Plough ) या अर्सा मेजर (Ursa Major or Great Bear ), ओरियॉन कैसियोपिया, तुला (the balance), कुत्ता (the dog), लिओ मेजर, शेर ( the lion ), कृतिका ( Pleides) आदि नाम दिए हैं।
  • आकाश में एक निश्चित क्षेत्र में अंतरिक्ष की सभी वस्तुएँ एक तारामंडल का निर्माण करती है। आकाश को कुल 88 तारामंडलों में बाँटा गया है. जिनमें से प्रत्येक की निश्चित सीमा है।
  • तारामंडल में बहुत से तारे होते हैं । तथापि हम अपनी नंगी आँखों से क़िसी तारामंडल के केवल चमकीले तारों को ही देख पाते हैं । जिन तारों से मिलकर कोई तारामंडल बनता है, वे सब हमसे समान दूरी पर नहीं है। वे आकाश में केवल एक ही दृश्य रेखा में होते हैं ।
  • तारों और तारामंडलों से अन्वेषकों को सहायता मिलती है। प्राचीन काल में ये समुद्री यात्रा के लिए सहायक होते थे। रात्रि के समय आसमान में तारामंडलों की स्थिति देखने से प्राचीन काल के नाविकों को जहाज के अक्षांश का ज्ञान होता था। आजकल अंतरिक्ष यान तारों और तारामंडलों की मदद से सुदूर अंतरिक्ष में अपना रास्ता ढूँढ़ते हैं।
  • जैसे-जैसे पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है, विभिन्न तारामंडल वर्ष के भिन्न-भिन्न समय में उदय और अस्त होते रहते हैं। इस प्रकार विभिन्न मौसम में भिन्न-भिन्न तारामंडल दिखाई देते हैं। इन तारामंडलों की पृष्ठभूमि में यदि ग्रहों की गतिशीलता को देखा जाए तो ऐसा लगता है जैसे कि वर्ष के किसी निश्चित समय में ग्रह तारामंडल में प्रवेश कर रहे हैं या फिर उन्हें छोड़ रहे हैं । ग्रहों और तारों की इस गतिशीलता का उपयोग ज्योतिष में मानव संबंधित घटनाओं की भविष्यवाणियाँ करने में भी हुआ है।

कुछ प्रमुख तारामंडल:

  • सप्तर्षि मंडल: यह सात तारों का समूह है। यह तारामंडल भालू के जैसा दिखाई देता है । ये सात तारे इसकी पीठ और पूँछ बनाते है । अगर इन तारों को काल्पनिक रेखाओं से जोड़ दें, तो यह मूठ या हैंडल सहित कड़ाही या बड़ी कलछी या प्रश्नचिह्न जैसा प्रतीत होता है । इसे गर्मियों में रात्रि के प्रथम प्रहर में देख सकते हैं। इस तारामंडल को ‘बिग डिपर’ या ‘हल’ या ‘ग्रेट बीयर’ या ‘अर्सा मेजर’ (Ursa Major ) भी कहते हैं । इस ‘बिग डिपर या हल’ की कडाही के अंतिम दो तारों को सूचक या पाइंटर्स (Pointers) कहते हैं। यदि इन दो तारों को मिलाने वाली रेखा को और आगे बढ़ाया जाए तो यह ध्रुव तारे में मिलेगी ।
  • लघु सप्तर्षि तारामंडल या अर्सा माइनर ( द लिटल बेर) : सप्तर्षि तारामंडल या अर्सा मेजर के अति निकट ही एक और जाना-माना तारामंडल है। इस तारामंडल को लघु सप्तर्षि तारामंडल कहते हैं। इस तारामंडल में भी सात तारों का समूह है। ये तारे भी हल का रूप लेते हैं। लेकिन यह हल बड़े हल से छोटा और कम प्रकाशमान है। इस हल की मूठ या हैंडल में स्थित तारा ही ‘द पोल स्टार या ध्रुव तारा’ है। इस तारामंडल को ‘द पोल स्टार तारामंडल’ या ‘ध्रुवतारा तारामंडल’ भी कहा जाता है ।
  • ओरियॉन तारामंडल : भारतीय संस्कृति में इस तारामंडल को ‘मृगशिरा’ कहते हैं। ओरियॉन तारामंडल भी इतिहास पूर्व काल से ही आकाशदर्शकों को परिचित था । यह आकाश में सर्वाधिक भव्य तारामंडलों में गिना जाता है। ओरियॉन तारामंडल में 8 अत्यंत प्रकाशमान तारे हैं। ओरियॉन को ‘न टूटनेवाला गदायुक्त शिकारी’ भी कहा जाता है। इसके तीन मध्य के तारे शिकारी की बेल्ट को निरूपित करते हैं। चार चमकीले तारे चतुर्भुज के रूप में दिखाई देते हैं ।
  • ओरियॉन तारामंडल उत्तरी गोलार्ध में शीतकाल के दौरान साफ- साफ दिखाई देता है। आकाश में सबसे अधिक चमकीला तारा सीरीयस ‘ए’ ओरियॉन के निकट दिखाई देता है ।
  • अत्यन्त विशाल तारामंडल – हाइड्रा, समुद्र का नागः यह तारामंडल उत्तरी गोलार्द्ध के आकाश से दक्षिणी गोलार्ध के आकाश में ज्यादा साफ- साफ दिखाई देता है। हाइड्रा आकाश के करीब 1⁄2 भाग को घेर लेता है । यह जेमिनी या मिथुन से लेकर विरगो या कन्या के दक्षिणी ओर तक फैला हुआ है । हाइड्रा का आकार लंबा और घुमावदार है। यह नाग जैसा दिखाई देता है । इस तारामंडल के वीक्षण के लिए जनवरी से लेकर फरवरी का समय अति उत्तम समय है।
  • अत्यंत छोटा तारामंडल ‘द सदर्न क्रास” – इसे उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित आकाश प्रेक्षकों द्वारा नहीं देखा जा सकता। यह छोटा तारामंडल ‘सेंटौरस’ (Centaurus) के चरण पर बसा हुआ है। पुराने दिनों में नाविक आकाश में ‘द सदर्न क्रॉस’ (त्रिशंकु) के स्थान का उपयोग करके समुद्र पर अपने स्थान को समझ लेते थे ।
  • कैसियोपिया – उत्तरी आकाश में एक अन्य प्रमुखं तारामंडल कैसियोपिया है । यह सर्दियों में रात्रि के प्रथम प्रहर में दिखाई देता है । यह अंग्रेजी के अक्षर W अथवा M के बिगड़े ( विकृत) रूप जैसा दिखाई देता है ।
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Meteors Questions in Hindi

1. सौर प्रणाली की खोज किसने की थी ?
A. गैलीलियो
B. जे. एल. बेयर्ड
C. कोपरनिकस
D. केप्लर

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उत्तर ⇒ { C }

2. निम्नलिखित में से कौन सौरमण्डल का भाग नहीं है ?
A. क्षुद्रग्रह
B. धूमकेतु
C. ग्रह
D. नीहारिका

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उत्तर ⇒ { D }

3. निम्नलिखित में से कौन एक तारा है ?
A. चन्द्रमा
B. शुक्र
C. पृथ्वी
D. सूर्य

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उत्तर ⇒ { D }

4. ब्रह्माण्ड में विस्फोटी तारा कहलाती है ?
A. धूमकेतु
B. उल्का
C. लुब्धक
D. अभिनव तारा

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उत्तर ⇒ { C }

5. वैज्ञानिक जिन्होंने सर्वप्रथम खोज की कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है, थे –
A. न्यूटन
B. डाल्टन
C. कॉपरनिकस
D. आइन्स्टीन

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उत्तर ⇒ { C }

6. नार्वे में अर्द्धरात्रि के समय सूर्य कब दिखायी देता है ?
A. 21 मार्च
B. 23 सितम्बर
C. 21 जून
D. 22 दिसम्बर

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उत्तर ⇒ { C }

7. निम्नलिखित में से किनके बीच की औसत दूरी को ‘खगोलीय एकक’ कहा जाता है ?
A. पृथ्वी तथा सूर्य
B. पृथ्वी तथा चन्द्रमा
C. बृहस्पति तथा सूर्य
D. प्लूटो तथा सूर्य

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उत्तर ⇒ { A }

8. ‘मध्य रात्रि सूर्य’ का क्या अर्थ है ?
A. सांध्य प्रकाश
B. उदीयमान सूर्य
C. बहुत चमकदार चन्द्रमा
D. सूर्य का ध्रुवीय वृत्त में देर तक चमकना

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उत्तर ⇒ { D }

9. सूर्य के रासायनिक मिश्रण में हाइड्रोजन का प्रतिशत कितना है ?
A. 71%
B. 61%
C. 75%
D. 54%

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उत्तर ⇒ { A }

10. अन्तरिक्ष में कुल कितने तारामण्डल हैं ?
A. 87
B. 88
C. 89
D. 90
उत्तर ⇒ ????

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